by pyarishayri - Facebook Status, Sad Bewafa Shayri, Sad Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - July 7, 2017 दो गज़ ज़मीन नसीब हो गयी दो गज़ ज़मीन नसीब हो गयी यही बहुत है, सिकंदरो को अब जहान सारा मुबारक हो|