by pyarishayri - Facebook Status, Sad Bewafa Shayri, Sad Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - July 7, 2017 टूट पड़ती थीं टूट पड़ती थीं घटाएँ जिन की आँखें देखकर वो भरी बरसात में तरसे हैं पानी के लिए|