by pyarishayri - औकात शायरी, गुस्ताखियां शायरी, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - January 10, 2016 कहा रहते हो मुद्दतों बात किसीने पूछा कहा रहते हो हमने मुस्कुरा के कहा अपनी औकात में