by pyarishayri - Quotes, Shayari, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - December 18, 2016 सोचता रहा गया सोचता रहा गया होता कोई मेरा अपना ज़िन्दगी काश, क्यूँ, कभी में गुज़र गयी|