by pyarishayri - Facebook Status, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, प्रेणास्पद शायरी, प्रेरणास्पद कविता, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस - January 16, 2016 मज़हब पता चला मज़हब पता चला जो मुसाफ़िर कि लाश का.. चुप चाप आधी भीड़ घरों को चली गयी…!!”