पुछ रही है आज मुझसे मेरी शायरियाँ..
कि कहाँ उड गए वो परिंदे
जो वाह वाह किया करते थे …
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
पुछ रही है आज मुझसे मेरी शायरियाँ..
कि कहाँ उड गए वो परिंदे
जो वाह वाह किया करते थे …