चाँद से छूटा तो तारों के जाल में जा अटका …
अब रात गुज़र जाएगी उस सपने को छुड़ाने में|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
चाँद से छूटा तो तारों के जाल में जा अटका …
अब रात गुज़र जाएगी उस सपने को छुड़ाने में|