by pyarishayri - Quotes, Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, दोस्ती शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - June 26, 2016 जीना मुहाल था जिनके बिना इक दिन कभी जीना मुहाल था ता’ज्जुब है कि अब उनकी याद तक नहीं आती