सौ दुशमन बनाए हमने, किसी ने कुछ ना कहा,
एक को हमसफर क्या बनाया, सौ उँगलियाँ उठ गई !!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
सौ दुशमन बनाए हमने, किसी ने कुछ ना कहा,
एक को हमसफर क्या बनाया, सौ उँगलियाँ उठ गई !!!