by pyarishayri - Facebook Status, Sad Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यार शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी - May 17, 2017 सबको हँसता ही सबको हँसता ही देखना चाहता हूँ मैं, किसी को धोखे से भी रुलाना मेरी आदत नहीं।।