by pyarishayri - Hindi Shayri, Sad Bewafa Shayri, Sad Shayri, Shayri-E-Ishq, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, Zindagi Shayri, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - July 13, 2016 रिहा करने के लिए क्यूँ मौत से इतने ख़ौफ़ज़दा हैं हम लोग हमदर्द है वो आती है रिहा करने के लिए