by pyarishayri - Facebook Status, Sad Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यार शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी - July 11, 2017 मंजिल मिल ही जायेगी मंजिल मिल ही जायेगी, भटकते हुए ही सही.. गुमराह तो वो हैं, जो घर से निकले ही नहीं।