by pyarishayri - गुस्ताखियां शायरी, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, बेवफा शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - January 26, 2017 तुम नफरतों के धरने तुम नफरतों के धरने,क़यामत तक ज़ारी रखो। मैं मोहब्बत से इस्तीफ़ा,मरते दम तक नहीं दूंगा।