शराफत के किस्से

अब छोड़ो ये शराफत के किस्से,

दुनिया के दस्तुर और दिलों के हिस्से,

सब मुकद्दर के हाथों की कठपुतलियां हैं,

कभी तुम अच्छे कभी हम अच्छे!!!!

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