by pyarishayri - Heart Touching Shayri, Hindi Shayri, Whatsapp Shayri, औकात शायरी, कविता, प्यार शायरी, प्रेणास्पद शायरी, प्रेरणास्पद कविता - December 15, 2015 मैं सदा बेतरतीब मैं सदा बेतरतीब और बेहिसाब ही रहता हूँ, उलझी-उलझी सी जिंदगी मुझे पसंद है शायद…