चन्द खोटे सिक्के जो खुद कभी चले नही बाजार मे…
वो भी कमिया खोज रहे है आज मेरे किरदार मे…
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
चन्द खोटे सिक्के जो खुद कभी चले नही बाजार मे…
वो भी कमिया खोज रहे है आज मेरे किरदार मे…