by pyarishayri - Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी - May 8, 2017 मुझे मंज़ूर थे मुझे मंज़ूर थे वक़्त के हर सितम मगर, तुमसे बिछड़ जाना ये सज़ा कुछ ज्यादा हो गई…