by pyarishayri - कविता, कहानी, गज़ल, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, दोस्ती शायरी, प्रेरणास्पद कविता, प्रेरणास्पद कहानी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - April 27, 2017 जब भी हक़ जता कर जब भी हक़ जता कर देखा, मुझे हदें बता दीं गईं मेरी !!!