by pyarishayri - Quotes, Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - April 13, 2017 चार दिन बीत गए चार दिन बीत गए, लेकिन एक बात समझ में आ गयी कि बिना पैसों के भी जिया जा सकता है।।