उसके हाथ की गिरफ्त ढीली पडी
तो महसूस हुआ मुझे।
शायद ये वही जगह है,
जहाँ रास्ते बदलने हैं|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
उसके हाथ की गिरफ्त ढीली पडी
तो महसूस हुआ मुझे।
शायद ये वही जगह है,
जहाँ रास्ते बदलने हैं|