इंसान को बोलना सीखने में दो साल लगते हैं,
लेकिन कोनसा लफ्ज़ कहाँ बोलना है,
ये सीखने में पूरी ज़िन्दगी गुजर जाती है|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
इंसान को बोलना सीखने में दो साल लगते हैं,
लेकिन कोनसा लफ्ज़ कहाँ बोलना है,
ये सीखने में पूरी ज़िन्दगी गुजर जाती है|