यूँ रात-रात भर जाग कर, ख्वाब पूरे नहीं होते…
नादाँ है दिल, अभी इसे बहुत कुछ समझाना है
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
यूँ रात-रात भर जाग कर, ख्वाब पूरे नहीं होते…
नादाँ है दिल, अभी इसे बहुत कुछ समझाना है