by pyarishayri - Hindi Shayri, Sad Bewafa Shayri, Sad Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, Zindagi Shayri, मौसम शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - July 25, 2016 मरने का शौक़ था जब मरने का शौक़ था क़ातिल नहीं मिले जब जान प्यारी हुई तो दुश्मन हज़ार हो गये।