by pyarishayri - Facebook Status, Heart Touching Shayri, Hindi Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस - December 30, 2016 बदनाम ना कर शायर कहकर बदनाम ना कर, मैं तो, रोज़ शाम को दिन भर का ‘हिसाब’ लिखता हूँ !