तेरी मोहब्बत तो जैसे सरकारी नौकरी हो,
नौकरी तो खत्म हुयी अब दर्द मिल रहा है पेंशन की तरह!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
तेरी मोहब्बत तो जैसे सरकारी नौकरी हो,
नौकरी तो खत्म हुयी अब दर्द मिल रहा है पेंशन की तरह!