by pyarishayri - Hindi Shayri, Sad Bewafa Shayri, Sad Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, Zindagi Shayri, मौसम शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - July 24, 2016 जिन्दगी कैसी भी गुजारू ऐ खुदा जिन्दगी कैसी भी गुजारू लेकिन आईना जब सामने हो तो कभी शरमिन्दगी न हो