जागना भी कबूल हैं तेरी यादों में रात भर..
तेरे एहसासों में जो सुकून है वो नींद में कहाँ..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
जागना भी कबूल हैं तेरी यादों में रात भर..
तेरे एहसासों में जो सुकून है वो नींद में कहाँ..