छू जाते हो तुम मुझे कितनी ही दफ़ा ख्वाब बन कर,
ये दुनिया तो खामखां कहती है कि तुम मेरे नसीब में नहीँ❗❗
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
छू जाते हो तुम मुझे कितनी ही दफ़ा ख्वाब बन कर,
ये दुनिया तो खामखां कहती है कि तुम मेरे नसीब में नहीँ❗❗