आँखो की गहराई को समझ नही सकते,
होंठो से कुछ कह नही सकते
कैसे बयां करे हम आपको यह दिल का हाल कि,
तुम्ही हो जिसके बगैर हम रह नही सकते|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
आँखो की गहराई को समझ नही सकते,
होंठो से कुछ कह नही सकते
कैसे बयां करे हम आपको यह दिल का हाल कि,
तुम्ही हो जिसके बगैर हम रह नही सकते|