यह मेरा इश्क़ था या फिर दीवानगी की इन्तहां.!
कि तेरे ही क़रीब से गुज़र गए तेरे ही ख़्याल में.
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
यह मेरा इश्क़ था या फिर दीवानगी की इन्तहां.!
कि तेरे ही क़रीब से गुज़र गए तेरे ही ख़्याल में.