by pyarishayri - Shayari, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, पारिवारिक शायरी, प्यार शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - July 22, 2016 ज़िदगी जीने के लिये ज़िदगी जीने के लिये मिली थी, लोगों ने सोचने में ही गुज़ार दी….