by pyarishayri - Quotes, Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - March 18, 2017 गिन लेती है गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारे हैं कितने, भला कैसे कह दूं, कि माँ अनपढ़ है मेरी…