by pyarishayri - Best Whatsapp Status, Facebook Status, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - May 27, 2017 वह समझते मेरी उल्फत वह समझते मेरी उल्फत, ये नसीब नहीं थे मेरे मेरी चाहतें तरसती रही, मेरे उजले नसीब को|