by pyarishayri - Heart Touching Shayri, Hindi Shayri, Sad Bewafa Shayri In Hindi, Shayri-E-Ishq, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - June 19, 2017 गुज़रे इश्क़ की गुज़रे इश्क़ की गलियों से और समझदार हो गए, कुछ ग़ालिब बने यहाँ कुछ गुलज़ार हो गए।