by pyarishayri - Hindi Shayri, Sad Bewafa Shayri, Sad Shayri, Shayri-E-Ishq, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - July 30, 2016 शायद शायरों की बस्तियां कम ही होते हैं जज़्बातों को समझने वाले… इसलिए शायद शायरों की बस्तियां नहीं होती…