by pyarishayri - Best Whatsapp Status, Facebook Status, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, बेवफा शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - June 5, 2017 न रुकी वक़्त की गर्दिश न रुकी वक़्त की गर्दिश और न ज़माना बदला…… पेड़ सूखा तो परिन्दों ने भी ठिकाना बदला……