by pyarishayri - जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, दोस्ती शायरी, प्यार शायरी, बेवफा शायरी, मौसम शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी - February 8, 2017 आज फिर चाँद की आज फिर चाँद की पेशानी से उठता है धुआँ आज फिर महकीं हुई रात में जलना होगा ।