अब तेरा ऐतबार तो कभी करना ही नहीं.. ऐ-दिल..!
…
उजाड़ बैठा है तू हमे, बे-ईमान कहीं का..!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
अब तेरा ऐतबार तो कभी करना ही नहीं.. ऐ-दिल..!
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उजाड़ बैठा है तू हमे, बे-ईमान कहीं का..!!