मुझे वजह ना दो हिन्दू या मुसलमान होने
की..
मुझे तो सिर्फ तालीम चाहिए ..
एक ”इंसान” होने की..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मुझे वजह ना दो हिन्दू या मुसलमान होने
की..
मुझे तो सिर्फ तालीम चाहिए ..
एक ”इंसान” होने की..