पूछ रहे हैं वो

पूछ रहे हैं वो मेरा हाल, जी भर रुलाने के बाद!
के बहारें आयीं भी तो कब? दरख़्त जल जाने के बाद!

मेरे वजूद मे

मेरे वजूद मे काश तू उतर जाए
मे देखु आईना ओर तू नजर आए
तू हो सामने और वक्त्त ठहर जाए,

ये जिंदगी तुझे यू ही देखते हुए गुजर जाए