चले भी आओ

चले भी आओ तसव्वुर में मेहरबां बनकर…
आज इंतज़ार तेरा…दिल को हद से ज्यादा है ।

आजाद कर दो

आजाद कर दो उन्हे जो रिश्तो को मजाक समझते है
आजाद कर दो उन्हे जिनकी फितरत धोखा और फरेब है|