कह दो इन हवाओ को आजमा ले किसी दिन शौक से हमें….
ये चिराग हम तेल से नहीं ..तेरे आने की उम्मीदों से जलाया करते हैं… !!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
कह दो इन हवाओ को आजमा ले किसी दिन शौक से हमें….
ये चिराग हम तेल से नहीं ..तेरे आने की उम्मीदों से जलाया करते हैं… !!
आइना और दिल वैसे तो दोनो ही बडे नाज़ुक होते है ,
लेकिन आइने मे तो सभी दिखते है और दिल
मे सिर्फ अपने दिखते है
आँखों में दोस्तो जो पानी है
हुस्न वालों की ये मेहरबानी है |
आप क्यों
सर झुकाए बैठे हैं
क्या आपकी भी यही कहानी है |
यूँ ज़िद्दी हैं तेरी यादें,जैसे बच्चे अमीरों के |
अकेले रोना भी क्या खूब कारीगरी है ऐ दोस्त
सवाल भी
खुद का रहता है और जवाब भी खुद का
वो जो तुमने
एक दवा बतलाई थी ग़म के लिए,
ग़म तो ज्यो का त्यो रहा बस हम
शराबी हो गये…..
कुछ इस कदर
जकड़ रखा है तन्हाईयों ने,
सांस भी लेते है, तो लगता खलल है……
इश्क़ करोगे तो कमाओगे नाम तो हमते बटती नही खेरात में|
दुनिया मे
झूठे लोगों को बड़े हुनर आते हैं,
सच्चे लोग तो इल्ज़ाम से ही मर जाते
हैं..!!
Umra bhar likhte rahe fir
bhi warq sada raha…
…
Jane kya lafz the jo
humse kabhi tehreer naa huye…!!!