किस चीज़ पर

एक फ़क़ीर दो चिता की राख को बड़े
ध्यान से
देखते हुये

किसी ने पूछा कि
बाबा ऐसे क्यू देख
रहे हो राख को ???

फ़क़ीर

बोला कि ये एक सेठ की लाश
की राख
है जिसने ज़िंदगी भर
काजू

बादाम स्वर्ण भस्म खाये
और ये एक ग़रीब की लाश है जिसे दो

वक़्त
की रोटी भी बडी मुश्किल से मिलती थी मगर इन दोनों की

राख एक सी ही है फिर
किस चीज़ पर आदमी को घमंड है ?

दूर तक रेत ही

दूर तक रेत ही

चमकती है
कोई पानी नहीं है धोका है

किसके काँधे पे रखके सर

रोऊँ
हाल सबका ही मेरे जैसा है

सारी लाइने व्यस्त है..

आज मुझे एक नया

अनुभव हुआ
अपने मोबाइल से अपना ही नंबर लगाकर देखा,

आवाज
आयी
The Number You Have Call Is Busy..


फिर ध्यान आया किसी ने क्या खुब कहा है….
“औरो से मिलने मे

दुनिया मस्त है पर,
खुद से मिलने की सारी लाइने व्यस्त है..