अगर मोहब्बत की हद नहीं कोई ,
तो फिर दर्द का हिसाब क्यों रखूं ?
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
अगर मोहब्बत की हद नहीं कोई ,
तो फिर दर्द का हिसाब क्यों रखूं ?
किस्मत बुरी या मैं बुरा, ये फैसला ना हो सका;
मैं हर किसी का हो गया, कोई मेरा ना हो सका!
This is not just another day, this is yet another chance to make your dreams come true.
જરૂર જોડી દઈશું તૂટેલા હદય ને,
પહેલા ભૂલવું પડશે વીતેલા સમય ને.
जिन्दा रहो जब तक ,लोग कमियां ही निकालते हैं ,
मरने के बाद जाने कहाँ से इतनी अच्छाइयां ढूंढ लाते है
खुद पे भरोसा है तो खुदा साथ है
अपनो पे भरोसा हे तो दुआ साथ है
जिदंगी से हारना मत ऐ दोस्त ज़माना हो ना हो
ये दोस्त तेरे साथ है….
शेर की भुख ओर हमारा लुक दोनो ही जान लेवा हे !
Tears don’t come when you miss a person but they come when you don’t want to miss a person!
तुमसे नहीं तेरे अंदर बैठे खुदा से मोहब्बत है मुझे,
तू तो फ़क़त एक ज़रिया है मेरी इबादत का!
गालिब ने भी क्या खूब लिखा है…
दोस्तों के साथ जी लेने का
मौका दे दे ऐ खुदा…
तेरे साथ तो मरने के बाद भी
रह लेंगें ।