रोड किनारे चाय

रोड किनारे चाय वाले ने हाथ में गिलास थमाते हुए पूछा……

“चाय के साथ क्या लोगे साहब”?

ज़ुबाँ पे लव्ज़ आते आते रह गए

“पुराने यार मिलेंगे क्या”?

आज सुबह सुबह

आज सुबह सुबह

मौत बड़े गुस्से में आके मुझसे बोली की
“मैं तेरी जान ले लूँगी”
मैंने भी कह दिया की जिस्म

लेना है तो ले ले जान तो कोई और ले गया है ll

अब मत करो

अब मत करो

हमसे…तुम मोहब्बत की बातें,
जिन किताबों से तुमने मोहब्बत सीखी है,वो लिखी भी हमने

ही थी

आज हम हैं

आज हम हैं कल

हमारी यादें होंगी,
जब हम ना होंगे तब हमारी बातें होंगी,
कभी पलटोगे जिंदगी के ये पन्ने,
तब

शायद आपकी आंखों से भी बरसातें होंगी