यादों की किम्मत

यादों की किम्मत वो क्या जाने; जो ख़ुद यादों को मिटा दिए करते हैं, यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो, यादों के सहारे जिया करते हैं!

हँसना और हँसाना

हँसना और हँसाना कोशिश है मेरी;
हर कोई खुश रहे यह चाहत है मेरी;
भले ही कोई मुझे याद करे या ना करे;
हर अपने को याद करना आदत है मेरी।

निगाहें नाज़ करती है

निगाहें नाज़ करती है
फ़लक के आशियाने से,

खुदा भी रूठ जाता है
किसीका दिल दुखाने से..!!
लाखों ठोकरों के बाद भी,
संभलता रहूँगा मैं..

गिरकर फिर उठूँगा,
और चलता रहूँगा मैं..

ग्रह-नक्षत्र जो भी चाहें,
लिखें कुंडली में मेरी..

मेहनत से अपना,
नसीब बदलता रहूँगा मैं.
लिखने वाले ने क्या खूब लिखा है…

जिंदगी जब”मायूस”होती है
तभी”महसूस”होती है…

कुछ भी नया करने में

कुछ भी नया करने में
संकोच मत करो।
ये मत सोचो कि हार होगी ?
हार तो किसी की नहीं होती।

या तो जीत मिलती हैं,
या सीख मिलती हैं।