आखों में आंसू

एक बुढा व्यक्ति अपना मोबाईल लेकर रिपेयरिंग की दुकान पर गया और दिखाया.

रिपेयरिंग वाले ने कहा: यह बिलकुल ठीक काम कर रहा है

वृद्ध की आखों में आंसू आ गये बोला : फिर इसमें मेरे बच्चो के फोन क्यों नही आते?

गलती इतनी हुई

गलती इतनी हुई
की तुझें जान से ज्यादा चाहने
लगे हम
क्या पता था की मेरी इतनी परवाह
तुझें
लापरवाह कर देगी!

ये वक़्त बेवक़्त

ये वक़्त बेवक़्त मेरे ख्यालों में आने की आदत
छोड़ दो तुम….,
कसूर तुम्हारा होता है और लोग मुझे
आवारा कहते है….।