सफर में साथ

सफर में साथ चलने की किसी से जिद नहीं करता,
मुझे तुम छोड़़कर उस मोड़ पर आगे निकल जाना !!

जुदाई हो अगर

जुदाई हो अगर लम्बी तो अपने रूठ जाते हैं….
बहुत ज्यादा परखने से भी रिश्ते टूट जाते हैं…

किसी शहर के

किसी शहर के सगे नहीं हैं ये चहचहाते हुए परिंदे
तभी तलक ये करें बसेरा दरख्‍़त जब तक हरा भरा है