पानी फेर दो

पानी फेर दो इन पन्नों पर.ताकि धुल जाए स्याही ,,
जिंदगी फिर से लिखने का मन करता है कभी -कभी ..

उनकी गलियों में

उनकी गलियों में सफाई अभियान जरा ध्यान से चलाना यारों
शायद बिखरे सपनों के मलबे के साथ
मेरे दिल के टुकड़े भी मिले..

परवाह ना कर

तू चेहरे की बढ़ती सलवटों की परवाह ना कर
हम लिखेंगे अपनी शायरी में हमेशा जवां तुझको ।।