तू लाख दुआ कर ले मुझसे दूर जाने की….
मेरी दुआ भी उसी खुदा से है तुझे करीब लाने की…..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
तू लाख दुआ कर ले मुझसे दूर जाने की….
मेरी दुआ भी उसी खुदा से है तुझे करीब लाने की…..
तन्हाई ठीक कोरे कागज़ सी है..
ये मुझे तेरी तरह; ग़लत साबित नहीं करती|
एकांत को पिघला कर उसमें व्यस्त रहता हूँ, इन्सान हूँ मुरझा कर भी मस्त रहता हूँ
तेरे चेहरे पे ये शिकन हमें मंजूर नही….
सुनों तुम खुश रहा करो मैं रहूँ न रहूँ|
ये एक ऐसी ख़्वाहिश जो मिटती ही नही
हौले से छुआ था कल रात तुझे ख्वाबों में
जी भर के तुझे देख लिया इतने करीब थे तुम
फिर भी नज़र है कि तुझसे हटती नही|
सुबह शाम एक एक वक़्त पर दिख जाया करो मेरी जान,डॉक्टर ने कहा है दवा वक़्त पर लेते रहना|
तेरी किताब के हर्फ़े, समझ नहीं आते।
ऐ ज़िन्दगी तेरे फ़लसफ़े, समझ नहीं आते।।
कितने पन्नें हैं, किसको संभाल कर रखूँ।
और कौन से फाड़ दूँ सफ़हे, समझ नहीं आते।।
चौंकाया है ज़िन्दगी, यूँ हर मोड़ पर तुमने।
बाक़ी कितने हैं शगूफे, समझ नहीं आते।।
हम तो ग़म में भी, ठहाके लगाया करते थे।
अब आलम ये है, कि.. लतीफे समझ नहीं आते।।
तेरा शुकराना, जो हर नेमत से नवाज़ा मुझको।
पर जाने क्यों अब तेरे तोहफ़े, समझ नहीं आते।।
बहुत गुरुर है दरिया को अपने होने पर,
जो मेरी प्यास से उलझे तो धज्जियाँ उड जाये।
क्या सुनाऊ अपनी जिंदगी की कहानी दोस्तों
समुन्दर पर राज किया
फिर भी जिंदगी भर प्यासा ही रहा
यादो की बात ना करो
ये वो लम्हे होते है,के हस्ते हुवे इंसान को आंसू दे जाते हैं|